Bihar News: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सीबीआई की रडार पर हैं और उन पर जल्द कार्रवाई हो सकती है। सीबीआई से जुड़े सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। दरअसल तेजस्वी यादव ने लैंड फॉर जॉब केस में जिस तरह से सीबीआई अधिकारियों को धमकी दी थी, उसी मामले को लेकर सीबीआई तेजस्वी यादव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रही है।
क्या है पूरा मामला
ये केस मई में सीबीआई ने दर्ज किया था। एक बार जुलाई के महीने में केस के आईओ रूपेश कुमार का सड़क एक्सीडेंट हुआ था। वह यूपी के गोरखपुर छुट्टी पर जा रहे थे, उसी समय उनका ट्रक से एक्सीडेंट हुआ था। ये कोई साजिश तो नहीं, इस बात को लेकर जांच हो सकती है।
बाद में तेजस्वी ने ये भी कहा था कि केस के आईओ को डीएसपी बना दिया गया। इस पर सीबीआई का कहना है कि ये नॉर्मल प्रमोशन का प्रोसेस था। कुल मिलाकर सीबीआई के अधिकारियों को धमकी देने के मामले में सीबीआई तेजस्वी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने पर विचार कर रही है।
बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले भी हुई थी सीबीआई की छापेमारी
गौरतलब है कि इससे पहले सीबीआई ने बुधवार को बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले हुई छापेमारी के दौरान करीब 200 प्रॉपर्टी के कागजात बरामद किए थे, जिनकी तफ्तीश की जा रही है। सभी से पाई-पाई का हिसाब लिया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई (CBI) पता करने की कोशिश कर रही है कि ये 200 सेल डीड किन-किन लोगों ने लालू परिवार और उनके करीबियों के नाम लिखी। साथ ही, जो गिफ्ट डीड के जरिये जमीन दी गई वो कब और किसके नाम की गई, क्या जमीन के बदले परिवार में किसी को रेलवे में डी ग्रुप की नौकरी दी गई।
छापेमारी में सीबीआई ने मोटी रकम बरामद की
इससे पहले जांच में जिन 7 जमीनों के ट्रांसफर सामने आए थे उनमे जमीनों के मालिकों और उनके जिन रिश्तेदारों को इन जमीन के बदले नौकरी मिली थी उन सभी को सीबीआई एफआईआर में आरोपी बना चुकी है। इस छापेमारी में सीबीआई ने मोटी रकम भी बरामद की है साथ ही बड़ी मात्रा में अलग-अलग जगहों से ज्वेलरी भी बरामद की है, बरामद ज्वेलरी के बिल भी आरोपियों से मांगे जा रहे हैं।