Bihar News: बिहार के खगड़िया जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुनकर सब हैरान रह गए। खगड़िया में एक दिहाड़ी मजदूर को आयकर विभाग की ओर से 37.5 लाख रुपये का बकाया भुगतान की नोटिस आया है। इनकम टैक्स की ओर से मजदूर नोटिस मिलना बिलकुल वैसा ही अनुभव था जैसा बिना बारिश के बाढ़ आना हो। रोजाना करीब 500 रुपये कमाने वाले खगड़िया जिले के मघौना गांव निवासी गिरीश यादव ने इस संबंध में अपने इलाके के पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी है।
पैन नंबर के आधार पर नोटिस मिला
इस मामले में अलौली थाना के प्रभारी पुरेंद्र कुमार ने बताया, ‘‘हमने मामला दर्ज कर लिया है और गिरीश द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया यह धोखाधड़ी का मामला लगता है।’’ उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता को उसके नाम से जारी पैन नंबर के आधार पर नोटिस मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘गिरीश का कहना है कि वह दिल्ली में मजदूरी का काम करता है जहां उसने एक बार एक दलाल के जरिए पैन कार्ड बनवाने की कोशिश की थी पर उसके बाद उससे कभी उसकी मुलाकात नहीं हुई।’’ थाना अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इसके अलावा नोटिस में गिरीश को राजस्थान स्थित एक कंपनी से जुड़े होने की बात कही गई है। लेकिन उनका कहना है कि वह वहां (राजस्थान) कभी गया ही नहीं।’’
वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 5.83 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल
गौरतलब है कि आयकर विभाग को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 31 जुलाई, 2022 तक 5.83 करोड़ आयकर रिटर्न (आईटीआर) मिले हैं। इनमें से रिकॉर्ड 72.42 लाख रिटर्न अंतिम दिन भरे गए। 31 जुलाई ही आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तारीख थी। शुरुआत में आईटीआर भरने की गति धीमी थी लेकिन समयसीमा पास आने के साथ इसकी गति बढ़ती गई और अंतिम दिन रिकॉर्ड 72.42 लाख रिटर्न दाखिल हुए। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘72 लाख से अधिक आईटीआर अंतिम तारीख को एक दिन में भरे गए।’’ बयान में कहा गया कि आकलन वर्ष 2022-23 के लिए 31 जुलाई, 2022 तक दाखिल कुल आईटीआर की संख्या लगभग 5.83 करोड़ है।