Bihar News: पटना की 'ग्रेजुएट चायवाली' के नाम से मशहूर प्रियंका गुप्ता को एक बार फिर अपना चाय का ठेला मिल गया है। इससे वे बहुत खुश हैं। दरअसल, नगर निगम ने अतिक्रमण हटाओ मुहिम के तहत हाल ही में बुलडोजर चलाते हुए स्टाल को जब्त किया था। इसके बाद प्रियंका बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव ने मिलने पहुंची। दोनों से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव की पहल पर पटना नगर निगम ने प्रियंका गुप्ता को फिर उनका ठेले का स्टाल वापस कर दिया है।
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ये दिया था आश्वासन
प्रियंका डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद कहा कि उसे नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर ने आश्वासन दिया था और हमने लाइसेंस भी लिया है।, तेजस्वी यादव ने भी कहा कि आप मेरे नाम से प्रार्थनापत्र लिखकर दीजिए फिर आगे देखते हैं।
पूर्णिया जिले की निवासी, कॉमर्स से किया ग्रेजुएशन
अब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की पहल पर उन्हें उनका चाय के ठेले का स्टाल वापस मिल गया है। गौरतलब है कि ग्रेजुएट चायवाली यानी प्रियंका गुप्ता बिहार राज्य के पूर्णिया जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से कामर्स में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है। सरकारी नौकरी की प्रिपरेशन करने के बाद भी जब उन्हें जॉब नहीं मिली, तो प्रियंका ने चाय का ठेला लगा लिया।
कई फिल्मी कलाकार पी चुके हैं प्रियंका के स्टाल पर चाय
प्रियंका ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद जब ठेला लगाया तो लोगों को इस बात ने काफी प्रभावित किया। यही कारण है कि प्रियंका की दुकान 'ग्रेजुएट चायवाली' पर साउथ फिल्मों के सुपरस्टार विजय देवरकोंडा और भोजपुरी फिल्मों की स्टार अक्षरा सिंह भी चाय पीने आ चुकी हैं। प्रियंका को जब शोहरत मिली, ख्याति मिली। हालांकि अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद पटना नगर निगम ने उन पर भी कार्रवाई कर दी।
3 लाख रुपए महीना कमाती हैं 'ग्रेजुएट चायवाली'?
तब प्रियंका ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों से यह अपील की थी कि उन्हें थोड़ा वक्त दिया जाए ताकि वे धनराशि जुटाकर अपनी दुकान ले सकें, लेकिन फिर भी उनके स्टाल को हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि 'लोग कहते हैं कि ग्रेजुएट चायवाली 3 लाख रुपए माह कमाती है, लेकिन उस हिसाब से खर्च भी काफी होता है। प्रियंका ने कहा कि 'मैं तीन लाख रुपए महीना नहीं कमाती, क्योंकि मार्केट डाउन चला गया है।