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Hindi News बिहार स्कूल में पंखा तक नहीं! एक-एक कर बेहोश हुए 30 बच्चे, 2 शिक्षकों की भी तबीयत बिगड़ी

स्कूल में पंखा तक नहीं! एक-एक कर बेहोश हुए 30 बच्चे, 2 शिक्षकों की भी तबीयत बिगड़ी

मुजफ्फरपुर के राजकीय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय हरका मानशाही में उमस व गर्मी से ढाई दर्जन से अधिक बच्चे और दो शिक्षक बेहोश हो गए।

Representative Image- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

बिहार के मुजफ्फरपुर में उमस और गर्मी से एक ही स्कूल के 30 बच्चे और दो शिक्षक बेहोश हो गए। इस स्कूल में एक पंखा तक नहीं है। इसी वजह गर्मी के चलते बच्चे बेहोश हुए हैं। बेहोश बच्चों को मीनापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। मुजफ्फरपुर के राजकीय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय हरका मानशाही में उमस व गर्मी से ढाई दर्जन से अधिक बच्चे और दो शिक्षक बेहोश हो गए। इससे स्कूल में अफरा तफरी मच गई। सभी को एम्बुलेंस से पीएचसी लाया गया। सूचना मिलते ही अभिभावक भी अस्पताल पहुंचे। स्कूल में पंखा नही होने से अभिभावक आक्रोशित थे। 

ग्रामीणों ने बताया कि प्रार्थना के बाद बच्चे कक्षा में गए। अधिक गर्मी के कारण कुछ बच्चे क्लास रूम में पंखा नहीं होने का विरोध कर रहे थे। इस बीच बच्चे एक-एक कर बेहोश होकर गिरने लगे। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। इस दौरान पंखे की मांग कर रहे बच्‍चों को पीटा गया। 

बाइक से स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया

बेहोस हुए तीन बच्चों को बाइक से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। इसके साथ ही उनके अभिभावकों और एंबुलेंस के लिए सूचना दी गई। एंबुलेंस से शेष बच्चों को सीएचसी पहुंचाया गया। घर पहुंचने के बाद भी कुछ बच्चों की स्थिति बिगड़ गई। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। सभी बच्चे आठवीं व नौवीं कक्षा के हैं। आठवीं कक्षा की प्रिया कुमारी ने बताया कि कक्षा में 110 से ज्यादा बच्चे होने से गर्मी लग रही थी। कुछ बच्चों ने क्लास में पंखा नहीं होने का विरोध किया तो शिक्षक ने पिटाई कर दी। इसी दौरान कुछ बच्चे बेहोश होकर गिरने लगे। देखते ही देखते उसे भी चक्कर आ गया।

किसी कक्षा में पंखा नहीं

अस्पताल प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि अत्यधिक गर्मी की वजह से ढाई दर्जन से अधिक बच्चों का तबीयत बिगड़ गई थी। 30 छात्र और दो शिक्षक को बेहोशी की हालत में लाया गया था। जिसमे एक दर्जन को ऑक्सीजन और बाकी को सलाइन चढ़ाया गया। ठीक होने के बाद सभी को घर भेज दिया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को घर भेजा गया है। बीडीओ संजय कुमार सिन्हा ने भी सीएचसी पहुंचकर बच्चों का हाल जाना। बीडीओ स्कूल की व्यवस्था देखने पहुंचे तो किसी भी क्लास रूम में पंखा नहीं लगा मिला। वहीं, मिड-डे मील के सामान के लिए बने गोदाम में पंखा देख भड़क गए। उन्होंने कहा कि एचएम व स्कूल प्रशासन की कमी के कारण ऐसा हुआ है। एक क्लास में 100 से ज्यादा बच्चे होने से सभी की तबीयत बिगड़ी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात कर घटना की जांच की मांग की। 

(मुजफ्फरपुर से संजीव कुमार की रिपोर्ट)

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