बिहार: उपचुनाव खत्म होते ही दिल्ली रवाना हुए लालू यादव, कहा- इलाज के लिए जा रहा हूं
दिल्ली जाने के लिए पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे लालू के साथ उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी देवी भी थीं।
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव बुधवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली रवाना होने से पहले पटना एयरपोर्ट पर लालू ने कहा कि वह अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं और इलाज के लिए दिल्ली जा रहे हैं। बता दें कि बिहार में 2 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में लालू यादव के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल को जनता दल (युनाइटेड) के सामने पराजय झेलनी पड़ी थी। लालू ने इन दोनों सीटों को जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया था, लेकिन उनकी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई।
लंबे वक्त से अस्वस्थ चल रहे हैं लालू यादव
दिल्ली जाने के लिए पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे लालू के साथ उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी देवी भी थीं। लालू ने एयरपोर्ट पर कहा, 'मैं अस्वस्थ महसूस कर रहा हूं और इलाज के लिए दिल्ली जा रहा हूं।' बता दें कि लालू पिछले काफी समय से अस्वस्थ चल रहे हैं और दिल्ली में उनका इलाज चल रहा है। लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर आरोप लगाया था कि बीमार होने के बावजूद उन्हें चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली से बिहार लाया गया।
जनता ने हम पर भरोसा जताया: नीतीश
वहीं, बिहार में हुए उपचुनावों में जेडीयू की जीत के परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि राज्य की जनता ने उनके धुर-विरोधी लालू प्रसाद की पार्टी RJD को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। दोनों सीटों पर कुमार की पार्टी JDU ने RJD को पराजित किया। नीतीश कुमार ने कहा, ‘उपचुनाव हमारे लिए एक दुखद मौका था, क्योंकि हमारे मौजूदा विधायकों की मृत्यु के कारण उपचुनाव की नौबत आयी। मैंने हमेशा माना है कि लोगों की इच्छा सर्वोपरि है। जनता ने हम पर भरोसा जताया है। जब तक उनका विश्वास बना रहेगा, हम उनकी सेवा करते रहेंगे।’
लालू के बारे में नीतीश ने कही ये बात
खराब स्वास्थ्य के बावजूद चुनाव प्रचार में उतरकर RJD की जीत का दावा करने वाले लालू प्रसाद की विफलता के बारे में भी पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं उनके बारे में क्या कह सकता हूं? चुनाव के दौरान उन लोगों ने किस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया? यह अंतर है। हम लोगों की सर्वोच्चता में विश्वास करते हैं। वे (प्रसाद और उनका परिवार) हर किसी पर अधिकार जमाने में विश्वास करते हैं। लोगों ने अपनी पसंद साफ कर दी है।’