बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने ‘मंकीपॉक्स’ को लेकर जिला प्रशासन और अस्पतालों को परामर्श जारी किया है। इसमें संबंधित अधिकारियों से लोगों को विषाणु जनित इस बीमारी के बारे में जागरूक करने को कहा गया है। पटना जिला प्रशासन ने सिविल सर्जन को विभाग द्वारा जारी परामर्श के बाद प्राथमिकता के आधार पर जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (पटना) पर एक हेल्थ डेस्क स्थापित करने को कहा है। पटना के जिलाधिकारी (डीएम) चंद्रशेखर सिंह ने कहा, ‘‘हालांकि अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन हवाई अड्डा अधिकारियों और जिला सिविल सर्जन को आने वाले यात्रियों की कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।’’
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का डेटा होगा इकट्ठा
उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारियों को विगत 21 दिनों में पटना आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जानकारी हवाई अड्डे पर एकत्र करने को कहा गया है। केंद्र और उसके बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी परामर्श के बाद 24 घंटे के भीतर पटना हवाई अड्डे पर हेल्थ डेस्क स्थापित कर दिया जाएगा।" बता दें कि इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी हवाई अड्डों के साथ-साथ बांग्लादेश और पाकिस्तान की सीमाओं के पास स्थित भूमि बंदरगाहों के अधिकारियों को ‘मंकीपॉक्स’ के चलते अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के प्रति सतर्क रहने को कहा है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
केंद्र सरकार ने सतर्क रहने को कहा
मंत्रालय ने मंकीपॉक्स से पीड़ित किसी भी रोगी के पृथकवास, प्रबंधन और उपचार के लिए राष्ट्रीय राजधानी में तीन केंद्र संचालित अस्पतालों (राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल) को नोडल केंद्रों के रूप में चिह्नित किया है। सूत्रों ने बताया कि सभी राज्य सरकारों को अपने यहां ऐसे चिह्नित अस्पतालों की पहचान करने को कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की जिसमें त्वरित पहचान के लिए निगरानी बढ़ाए जाने के बीच मंकीपॉक्स को लेकर देश की तैयारियों की समीक्षा की गई।
(इनपुट-भाषा)