बिहार में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 87 डॉक्टर पटना में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी मरीज बिना लक्षण या कम लक्षण वाले थे। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक, कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के तुरंत बाद सभी मरीजों को अस्पताल कैंपस में आइसोलेट कर दिया गया है। संक्रमित पाए गए सभी मरीजों में कम या कोई लक्षण नहीं था।'
देशभर में कोरोना की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। बिहार में रविवार को 352 नए कोरोना के मामले सामने आए थे। इसके बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1 हजार 74 तक पहुंच गई थी। पटना में सबसे ज्यादा 142 मामले और दूसरे नंबर पर गया जिले से 110 कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे। इसके अलावा एम्स पटना के दो डॉक्टरों भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अधिकारियों ने इनके सैंपल लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेज दिया था। इस बीच बिहार स्वास्थ्य विभाग ने पटना में आइसोलेशन सेंटर बनाए थे।
शीतलहर के प्रकोप और कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण बिहार की राजधानी पटना में विद्यालयों को हफ्ते भर के लिए बंद रखने का आदेश रविवार को जारी किया गया था। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने 15 वर्ष और इससे अधिक उम्र के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होने से एक दिन पहले यह आदेश जारी किया था। आदेश के दायरे से नौवीं और इससे उपर की कक्षाओं को बाहर रखा गया था।
सिंह ने आदेश में कहा था कि सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों में आठवीं कक्षा तक, आठ जनवरी तक पठन-पाठन गतिविधियां स्थगित रहेंगी। पटना जिले में राज्य के अन्य जिलों की तरह शीत लहर का प्रकोप जारी है। वहीं, शहर में पिछले हफ्ते कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप का राज्य में पहला मामला सामने आया था। जिलाधिकारी ने 790 निजी और सरकारी उच्च विद्यालयों के नौवीं से 12वीं कक्षाओं के छात्रों का टीकाकरण शुरू करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की।