Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गठबंधन सहयोगियों को बार-बार बदलने का जिक्र करते हुए मंगलवार को उनपर तंज कसते हुए कहा कि 5 बार पाला बदलने वाले मुख्यमंत्री बने हुए हैं। जेपी के नाम से लोकप्रिय लोक नायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली सारण जिले के सिताब दियारा गांव में उनकी 120वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए जेडीयू नेता नीतीश कुमार द्वारा गठबंधन सहयोगियों को बार-बार बदलने का जिक्र करते हुए उनपर तीखा हमला किया और कहा कि पांच-पांच बार पाला बदलने वाले मुख्यमंत्री बने हुए हैं।
तीन हफ्ते के भीतर अमित शाह का यह दूसरा बिहार दौरा
लगभग 15 मिनट के अपने संबोधन में शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया और दावा किया कि यह भाजपा है जो जेपी के दर्शन के अनुसार काम कर रही है। भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार शाह का तीन हफ्ते के भीतर यह दूसरा बिहार दौरा है। 23-24 सितंबर को अपने पिछले बिहार दौरे पर पूर्णिया और किशनगंज जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं से शाह ने कुमार के NDA से अचानक बाहर होने के कारण सत्ता का नुकसान होने पर कहा था कि वे इस मुद्दे पर हिम्मत न हारें।
'जिसने आपातकाल थोपा ये लोगों उसी की गोद में जा बैठे हैं'
भाजपा सूत्रों के अनुसार, शाह ने इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उनका मनोबल ऊंचा रखने के लिए वह अक्सर बिहार आएंगे। उन्होंने भाषण की शुरुआत ‘‘भारत माता की जय’’ के नारे के साथ की। कुमार के भाजपा से नाता तोड़ने के बाद सात दलों का महागठबंधन जिसमें जेडीयू, राजद, कांग्रेस, तीन वाम दल और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा शामिल है, राज्य में अब सत्तासीन है। महागठबंधन में शामिल कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए शाह ने कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जिसने आपात काल थोपा ये लोगों उसी की गोद में जा बैठे हैं।
योगी ने सपा, राजद पर साधा निशाना
गौरतलब है कि लालू और नीतीश दोनों ही जेपी द्वारा शुरू किए गए 1974 की संपूर्ण क्रांति आंदोलन में शामिल रहे थे। उन्होंने भाजपा के पिछले अवतार भारतीय जनसंघ से जेपी को मिले सक्रिय समर्थन और आपातकाल के खिलाफ लड़ाई में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गजों के योगदान की भी चर्चा की। समारोह में अन्य लोगों के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए जिन्होंने समाजवादी पार्टी (उत्तर प्रदेश में विपक्षी दल) और राजद पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया। आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि जेपी राजनीति के अपराधीकरण के खिलाफ थे लेकिन ‘‘हमने बिहार और उत्तर प्रदेश में देखा है कि जो लोग उनकी विरासत का फायदा उठा रहे हैं, वे अपराधियों के साथ दोस्ती कर रहे हैं।’’