Bihar: बिहार की राजधानी पटना में रविवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान स्थानीय निवासियों और पुलिस बलों के बीच झड़प हो गई। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि नेपाली नगर इलाके में बिहार राज्य आवासीय बोर्ड की भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने 40 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया तथा लगभग 95 संरचनाओं को तोड़ दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि 75 संरचनाओं को पूरी तरह से और 20 संरचनाओं को आंशिक रूप से तोड़ा गया। इसमें पांच ऐसे मकान थे, जिनमें लोग रह रहे थे। इन्हें खाली करने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया था। अतिक्रमण हटाने के लिए करीब 500 सुरक्षाकर्मी 12 बुलडोजर के साथ नेपाली नगर इलाके में पहुंचे थे।
जिला प्रशासन ने मृत्यु की अफवाह का किया खंडन
जिला प्रशासन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे। उपद्रवियों द्वारा किए गए पथराव में नगर SP (मध्य) अंबरीश राहुल, एक महिला पुलिसकर्मी एवं एक अन्य पुरुष पुलिसकर्मी को हल्की चोटें आई हैं। जिला प्रशासन ने पूरी कार्रवाई में किसी की भी मृत्यु होने से इंकार किया है। प्रशासन ने कहा है कि मृत्यु के बारे में जो अफवाह फैलाई जा रही है, इसका जिला प्रशासन खंडन करता है। जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों स्वयं स्थल पर पहुंचकर पूरी स्थिति पर नियंत्रण बनाए हुए थे।
जिला प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर धारा 144 लागू की
जिलाधिकारी ने कहा कि कॉल डिटेल्स, व्हाट्सएप चैट एवं वीडियो फुटेज के आधार पर हंगामा करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। जांच के बाद उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में दीघा कृषि भूमि आवास बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्रीनाथ सिंह एवं सचिव सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पांच वाहन भी जब्त किए गए हैं। जिला प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर दीघा-आशियाना रोड के पश्चिम एवं नेपाली नगर तथा आसपास के क्षेत्रों में IPC के तहत धारा 144 लागू की है।