बक्सर: बक्सर के अमसारी गांव में 6 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि जहरीली शराब पीने की वजह से ये मौतें हुई हैं। साथ ही परिजनों ने प्रशासन के रवैये पर भी सवाल खड़ा किया है। मृतकों के परिजन का कहना है कि यह ज़हरीली शराब के कारण हुआ है। प्रशासन क्या कर रहा है? अगर शराब पर प्रतिबंध है, तो इधर शराब कैसे मिल रही है?
आपको बता दें कि नालंदा जिले में इस महीने की शुरुआत में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। पिछले साल दीपावली के आसपास राज्य के कई जिलों में जहरीली शराब पीने से 40 से अधिक लोगों की जान चली गई थी।
वहीं बिहार में शराबबंदी कानून के ‘‘निष्प्रभावी क्रियान्वयन’’ के आरोपों और हाल में हुई जहरीली शराब संबंधी घटनाओं के बीच राज्य सरकार इस कानून को कम सख्त बनाने के लिए इसमें संशोधन करने की योजना बना रही है। जानकारी के मुताबिक पहली बार शराब के नशे में पकड़े जाने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, बल्कि जुर्माना अदा करने के बाद उसे मौके पर ही छोड़ दिया जाएगा। इस संबंध में फरवरी में विधानसभा के अगले सत्र में संशोधन विधेयक पेश किए जाने की संभावना है।
बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शराबबंदी कानून को निरस्त करने की मांग की है। भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा था कि बिहार में शराबबंदी विफल रही, जिसका कारण अधिकारियों द्वारा सख्ती से इसका पालन नहीं करना और धन उगाही के लिए इसका इस्तेमाल करना रहा है।
इनपुट-भाषा