Bihar News: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में पिछले करीब एक महीने से वन विभाग के लिए सिरदर्द बना आदमखोर बाघ शनिवार को मारा गया। आदमखोर बाघ पिछले 48 घंटे में चार लोगों को अपना शिकार बनाया था, जिससे आस-पास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल था। बगहा के अनुमंडल अधिकारी दीपक मिश्रा ने बताया कि वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के आदमखोर बाघ को बलुआ गांव में मार गिराया गया।
बाघ छह महीने में 10 लोगों पर कर चुका था हमला
उन्होंने बताया कि कई दिनों तक इसे पकड़ने का अभियान चलाया गया, लेकिन शातिर बाघ स्थान बदल कर बचता रहा। अंत में उसे मारने का आदेश दिया गया। शनिवार को शूटर विशेषज्ञों की एक टीम ने उसे मार गिराया। बताया जा रहा है कि बाघ छह महीने में 10 लोगों पर हमला कर चुका था, जिसमें से नौ लोगों की मौत हो चुकी है। बाघ के कारण करीब एक दर्जन गांव के लोग खेतों में जाना छोड़ चुके थे।
शनिवार को सुबह भी बलुआ गांव में एक मां और बेटे को बाघ ने निशाना बनाया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी। शुक्रवार सुबह गोबर्धना थाना क्षेत्र के डुमरी में 35 वर्षीय संजय महतो को बाघ ने अपना शिकार बना लिया था। हरहिया सरेह में बाघ ने संजय पर हमले किया, जिसमें उसकी मौत हो गई। इससे पहले गुरुवार को भी बाघ ने सोए अवस्था में 12 साल की बगड़ी कुमारी पर हमला किया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
भोपाल: मैनिट परिसर में बाघ दिखने के बाद दहशत
वहीं, पिछले दिनों मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) के परिसर में एक बाघ के देखे जाने की खबर के बाद दहशत फैल गई। इस खबर के बाद वन विभाग ने परिसर में कैमरे लगा दिए हैं। भोपाल के वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) आलोक पाठक ने मंगलवार को बताया कि यहां एक जानवर है, लेकिन अभी यह नहीं पता चल सका है कि यह बाघ है या तेंदुआ।
उन्होंने कहा कि सोमवार देर रात उन्हें परिसर के अंदर बाघ होने की खबर मिली थी और जांच में पता चला कि इस जानवर ने एक गाय पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि परिसर में स्थित कर्मचारियों और छात्रावासों के आवासों में करीब छह हजार विद्यार्थी रहते हैं। उन्होंने कहा कि परिसर के सुरक्षाकर्मियों, निवासियों और विद्यार्थियों को परिसर में किसी भी तरह की दहशत से बचने की सलाह दी गई है एवं जरूरी परामर्श दिया गया है।