बेगूसराय में एक बार फिर बिहार पुलिस की राइफल एन वक्त पर मिस फायर हो गई। दरअसल 9 बार के विधायक सह पूर्व मंत्री श्रीनारायण यादव के निधन के बाद जब गंगा तट पर उन्हें सशस्त्र सलामी दी जा रही थी उस वक्त बिहार पुलिस की आठ जवानों में से सात जवान ही फायर कर सके। जबकि एक जवान से फायर नहीं हो सका, जिसका वीडियो भी सामने आया है।
बिहार पुलिस की राइफल से मिस फायर क्यों होता है?
हालांकि फायरिंग के दौरान दो बार ऐसी स्थिति आई। पहली स्थिति जब फायर का आदेश देने वाले ही थे कि तभी एक जवान की राइफल फंस गई तो दूसरे सिपाही के द्वारा जाकर उसकी राइफल को ठीक किया गया और उसके बाद फिर जब फायर का आदेश दिया गया तो कतार में खड़े पहले सिपाही ने फायर किया, फिर दूसरे राउंड में खड़े सिपाही से फायर नहीं हुआ और फिर तीसरे ने फायर की। धीरे-धीरे आठ जवानों में से सात जवानों ने फायरिंग कर सलामी दी। अब सवाल उठता है कि आखिर बार-बार बिहार पुलिस की राइफल से मिस फायर क्यों होता है?
सशस्त्र सलामी के दौरान हुआ मिस फायर
पूरा मामला साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के गंगा घाट का है जहां साहेबपुर कमाल प्रखंड के खरहट गांव के रहने वाले राजद के पूर्व मंत्री श्रीनारायण यादव का मंगलवार को पटना में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर साहेबपुर कमाल लाया गया था जहां हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। बुधवार की रात गंगा तट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा था। इस दौरान जब पुलिस बल के द्वारा सशस्त्र सलामी दी जा रही थी तो वहां मिस फायर हो गया।
देखें वीडियो-
घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि पहले फायर का आदेश देते समय एक जवान की राइफल में कोई समस्या आ गई और उसकी राइफल फंस गई। बाद में दूसरे जवान ने उसकी राइफल को ठीक किया और फिर फायर का आदेश दिया गया। इस बार फिर से राइफल से मिस फायर हुआ। इसके बाद अन्य जवानों ने सलामी की प्रक्रिया को पूरा किया।
(रिपोर्ट- संतोष श्रीवास्तव)
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