बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री का पटना में 13 मई को कार्यक्रम है, लेकिन इस कार्यक्रम को लेकर आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव का विरोध बढ़ता जा रहा है। पटना में लगे कई जगहों पर कार्यक्रम के पोस्टर फाड़ दिए गए हैं। हालांकि ये साफ नहीं है कि बाबा बागेश्वर के पोस्टर किसने फाड़े। लेकिन बुधवार को तेज प्रताप ने अपने सेक्यूलर सेवक संघ के कार्यकर्ताओं का एक ट्रेनिंग सेशन आयोजित किया। ट्रेनिंग के दौरान आरएसएस के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। इस ट्रेनिंग सेशन में खुद तेज प्रताप भी शामिल हुए। तेज प्रताप यादव ने कहा कि उनके विरोध को देखकर बाबा बागेश्वर डर गए हैं और माफी मांगने के लिए हर रोज अपने लोग भेज रहे हैं।
बीजेपी ने लगाए RJD पर आरोप
बाबा बागेश्वर के पोस्टर फाड़े जाने को लेकर बीजेपी ने गुस्सा जाहिर करते हुए कार्यक्रम को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि विरोधी पोस्टर फाड़कर कार्यक्रम को नुकसान पहुंचाना चाह रहे हैं। उन्होंने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग बाबा के कार्यक्रम से घबराए हुए हैं। तो वहीं राजद ने भी इसपर प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा है कि राजद पर लगाया गया आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है और इसकी भर्त्सना करता हूं। उन्होंने कहा कि यह राजद की संस्कृति नहीं रही है।
"बागेश्वर बाबा माफी के लिए अपना आदमी भेज रहे"
बता दें कि इससे कुछ दिन पहले ही बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव ने बाबा बागेश्वर को लेकर विवादित बयान दिया था। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा, ''बागेश्वर बाबा रोज माफी मांगने के लिए अपना आदमी भेज रहा है, 10 दिन से भेज रहा है। वो तो डरपोक है, देशद्रोही है। देश तोड़ रहा है... हिन्दू-मुसलमान को लड़वा रहा है। देश का जो माहौल बना रहे हैं ये बाबा लोग, आप लोग देख रहे हैं कि देश को तोड़ने के लिए ये लोग आए हैं, जोड़ने के लिए नहीं आए हैं।''
पटना में है बाबा बागेश्वर का कार्यक्रम
गौरतलब है कि बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार की राजधानी पटना से सटे नौबतपुर में 13 मई से हनुमंत चर्चा करेंगे। इस दौरान ने भक्तों समस्या सुलझाने का दावा करने वाला अपना दिव्य दरबार भी लगाएंगे। वहीं इससे पहले महाराष्ट्र में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सोमवार को कहा था कि देश में किसी को भी बजरंग बली या किसी अन्य देवता का विरोध करने का अधिकार नहीं है।
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