बिहार की औरंगाबाद में पुलिस की मदद से एक प्रेमी युगल की शादी हो गई। ये दोनों छिपकर एक-दूसरे से मिलने पहुंचे थे, लेकिन गांव के लोगों ने उन्हें देख लिया। इसके बाद दोनों को पकड़ लिया और खंभे से बांधकर उनकी पिटाई शुरू कर दी। इस बीच किसी ने पुलिस को पूरे मामले की सूचना दे दी। पुलिस के पहुंचते ही कहानी बदल गई। पुलिसकर्मियों ने दोनों को आजाद कराया और मंदिर ले जाकर दोनों की शादी करा दी।
मामला नबीनगर के एक गांव का है। यहां छुपकर मिल रहे प्रेमी-प्रेमिका को कुछ ग्रामीणों ने देख लिया और उन्हें पकड़कर पिटाई कर दी। इतने पर भी जब ग्रामीणों का मन नहीं माना तो दोनों को खंभे से बांध दिया। घटना की सूचना आस-पास के गांव में फैल गई और सभी गांव से लोग प्रेमी-प्रेमिका को देखने के लिए जुट हो गए। इसकी सूचना बड़ेम थाना की पुलिस को भी दी गई।
परिजनों के सामने हुई शादी
मामले की जानकारी मिलते ही दोनों के परिजन भी पहुंचे और उनसे बात की गई। प्रेमी और प्रेमिका की जाति अलग थी। इस वजह से कई लोग दोनों की शादी के खिलाफ थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रेमी प्रेमिका से बातचीत की। दोनों ने एक दूसरे के साथ रहने और शादी करने की बात कही। इसके बाद ग्रामीणों की उपस्थिति एवं पुलिस की मौजूदगी में दोनों की शादी थाने के सामने मंदिर में की गई। इस दौरान ग्रामीण के साथ-साथ पुलिस भी बाराती की भूमिका में नजर आए और शादी के बाद उन्हें आशीर्वाद देकर विदा किया।
पुलिस का बयान
बड़ेम थानाध्यक्ष सिमरन ने बताया कि प्रेमी युगल को खंभे में बांधने की जानकारी मिलते ही तुरंत पुलिस टीम को भेजा गया और उन्हें खंभे से मुक्त कराकर दोनों के उम्र का सत्यापन कर उनकी शादी कराई गई। इस मामले में प्रेमिका ने एक प्रथमिकी दर्ज कराई गई है। जिसमें उनके साथ मारपीट और खंभे में बांधने वाले चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। प्राथमिकी दर्ज होते ही पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
शिक्षक से हुआ लड़की को प्रेम
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रेमी प्रेमिका का शिक्षक था और उसने उसे पढ़ाकर इंटर तक पास कराया। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हुआ और छिपकर मिलते समय दोनों गांव के लोगों की नजरों में आ गए। पहले पिटाई हुई, लेकिन पुलिस ने दोनों की शादी करा दी। पुलिस की पहल पर हुई शादी के बाद दोनों काफी खुश हैं और उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
(औरंगाबाद से किशोर प्रियदर्शी की रिपोर्ट)