लोकसभा चुनाव के लेकर एआईएमआईएम के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी खासा सक्रिय दिख रहे हैं। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद वो गाजीपुर जिले में मुख्तार अंसारी के पैतृक आवास पर पहुंचे। यहां ओवैसी ने मुख्तार के परिजनों से मुलाकात की। जिसके बाद नए राजनीतिक समीकरण पर चर्चा होने लगी। इस बीच बिहार में ओवैसी की पार्टी केवल किशनगंज से ही चुनाव लडे़गी। एआईएमआईएम ने पूर्णिया और कटिहार से अपनी दावेदारी वापस ले ली है। दरअसल गुरुवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पत्रकारों से बात करते हुए यह घोषणा की। यहां वह समान विचारधारा व सांप्रादायिक ताकतों से लड़ने वाले उम्मीदवार को अपना समर्थन देने पर विचार कर रही है।
पूर्णिया में ओवैसी का पप्पू यादव को समर्थन?
बता दें कि किशनगंज लोकसभा सीट से एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान खुद चुनाव लड़ने वाले हैं। वर्तमान में वह अमौर के विधायक हैं। इससे पहले गया लोकसभा सीट से पार्टी अपनी उम्मीदवारी वापस ले चुकी है। इस बीच पूर्णिया में भी पार्टी ने अपनी दावेदारी वापस ले ली है। बता दें कि पूर्णिया लोकसभा सीट से पप्पू यादव चुनाव लड़ रहे हैं। दरअसल टिकट बंटने के कुछ दिन पहले पप्पू यादव ने राजद का साथ छोड़ दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हालांकि इस सीट से महागठबंधन ने राजद की बीमा भारती को अपना उम्मीदवार बनाया। बता दें कि इस 4 अप्रैल को पप्पू यादव ने इस सीट से अपना नामांकन भरा है।
AIMIM कहां-कहां लड़ेगी चुनाव
इससे पहले बिहार एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में 13 लोकसभा सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार को उतारेगी। हालांकि पूर्णिया और कटिहार से अब पार्टी ने अपनी दावेदारी खत्म कर दी है। बता दें कि किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया, दरभंगा, बक्सर, मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, काराकाट, भागलपुर, गोपालगंज, शिवहर, पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ने की एआईएमआईएम ने घोषणा की थी। हालांकि इस लिस्ट में अब पूर्णिया और कटिहार शामिल नहीं है। पूर्णिया की सीट पर राजद की टिकट पर बीमा भारीत और जदयू की टिकट पर संतोष कुशवाहा चुनावी मैदान में हैं। वहीं ओवैसी की पार्टी महागठबंधन का हिस्सा नहीं है। ऐसे में उनका समर्थन पप्पू यादव को मिल रहा है।