बक्सर : दिल्ली के आनंद विहार से कामाख्या जा रही नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस जिस जगह पर हादसे का शिकार हुई उसी जगह एक और हादसा हुआ है। जानकारी के मुताबिक दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन नॉर्थ-ईस्ट के डिब्बों को ले जा रहा एक इंजन लूप लाइन पर पटरी से उतर गया। हालांकि इस हादसे में किसी के घायल या हाताहत होने की जानकारी नहीं है।
जानकारी के मुताबिक यह इंजन साइड ट्रैक पर चल रहा था और नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के डिब्बों को लूप लाइन पर ले जा रहा था, उसी वक्त वह पटरी से उतर गया। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त मौके पर रेलवे के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे, जो ट्रैकों की मरम्मत की निगरानी कर रहे थे। हालांकि हादसा साइड ट्रैक पर हुआ इसलिए इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा। फिर भी रेलवे के सीनियर अधिकारियों की मौजूदगी में इस तरह का हादसा होने पर रेलवे अंदर ही खुसफुसाहट शुरू हो गई है।
नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 23 डिब्बे पटरी से उतरे थे
बता दें कि बुधवार को दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से असम के कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 23 डिब्बे रात 9:53 बजे के आसपास रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। अधिकांश घायलों का इलाज बक्सर और आरा में चल रहा है। कुल 25 लोगों को एम्स पटना में भर्ती कराया गया है।
ट्रेनों का परिचालन शुरू
हालांकि यहां अप और डाउन दोनों रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है। पटना-डीडीयू एक्सप्रेस दिल्ली जाने वाली अप लाइन पर चलने वाली पहली ट्रेन थी। पूर्वी रेलवे के अधिकारी ने कहा कि अप लाइन पर ट्रैक सुबह आठ बजकर 10 मिनट पर बहाल कर दिया गया और ट्रेन शुक्रवार को सुबह 10 बजकर नौ मिनट पर उस स्थान से गुजरी जहां दो दिन पहले दुर्घटना हुई थी। उन्होंने बताया कि दोपहर करीब एक बजे ट्रैक बहाल होने के बाद शाम पांच बजकर 12 मिनट पर डाउन लाइन के बहाल ट्रैक पर एक मालगाड़ी गुजरी।
हालांकि रेलवे ने अप और डाउन रेलवे ट्रैक ट्रेनों की सीमित आवाजाही के लिए तैयार किया है, इस रूट पर सामान्य आवाजाही की इजाजत एक या दो दिन में दी जाएगी। रेलवे ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। शुरुआती जांच में पता चला कि ट्रेन के पटरी से उतरने की वजह संभवत: पटरी में खराबी थी।