A
Hindi News बिहार Amit Shah : पीएम बनने की लालसा में नीतीश ने बीजेपी की पीठ में छुरा घोंपा, लालू की गोद में जा बैठे-अमित शाह

Amit Shah : पीएम बनने की लालसा में नीतीश ने बीजेपी की पीठ में छुरा घोंपा, लालू की गोद में जा बैठे-अमित शाह

Amit Shah : अमित शाह ने कहा कि नीतीश किसी राजनीतिक विचारधारा के पक्षधर नहीं है। उनकी एक ही नीति है कि बस वे किसी तरह सत्ता में बने रहें, उनकी कुर्सी बची रहनी चाहिए।

Amit Shah- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Amit Shah

Highlights

  • मैं यहां आया हूं तब लालू और नीतीश की जोड़ी को पेट में दर्द हो रहा है-शाह
  • लालू जी ध्यान रखिएगा नीतीश आपको भी छोड़कर कांग्रेस की गोद में जा बैठेंगे-शाह

Amit Shah : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पूर्णिया की रैली में आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा पीएम बनने की लालसा में बीजेपी की पीठ में छुरा घोंप कर नीतीश कुमार लालू की गोद में जा बैठे हैं। उनकी कोई विचारधारा नहीं है। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के साथ सरकार बनाकर जंगल राज के पक्ष में अपना रवैया स्पष्ट कर दिया है। अमित शाह ने कहा कि नीतीश किसी राजनितिक विचारधारा के पक्षधर नहीं है। वे समाजवाद छोड़कर वामपंथियों के साथ भी बैठ सकते हैं। राष्ट्रीय जनता दल छोड़कर बीजेपी के साथ बैठ सकते हैं। उनकी एक ही नीति है कि मेरी कुर्सी बनी रहनी चाहिए। लेकिन कुटिल राजनीति से प्रधानमंत्री नहीं बना जा सकता।

लालू-नीतीश की जोड़ी बिहार को आगे नहीं ले जा सकती-अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि बिहार की जनता सब देख रही है। 2024 में भी नरेंद्र मोदी का जादू चलेगा। 2025 में भी प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनेगी। लालू और नीतीश की जोड़ी बिहार को आगे नहीं ले जा सकती है। उन्होंने कहा कि लालू ने हमेशा झगड़ा लगाने का काम किया है। अमित शाह ने कहा सीमावर्ती इलाके के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। 

लालू जी ने पूरा जीवन झगड़ा लगाने का काम किया-शाह

अमित शाह ने कहा-'मैं यहां आया हूं तब लालू और नीतीश की जोड़ी को पेट में दर्द हो रहा है। वो कह रहे हैं कि बिहार में झगड़ा लगाने आए हैं, कुछ करके जाएंगे। झगड़ा लगाने के लिए मेरी जरूरत नहीं है लालू जी, आप झगड़ा लगाने के लिए पर्याप्त हो, आपने पूरा जीवन यही काम किया है।' 

गृह मंत्री शाह ने कहा-'हम स्वार्थ और सत्ता की राजनीति की जगह सेवा और विकास की राजनीति के पक्षधर हैं। प्रधानमंत्री बनने के लिए नीतीश बाबू ने जिस एंटी कांग्रेस राजनीति से जन्म लिया था उसी के पीठ में छुरा घोंपकर RJD और कांग्रेस की गोदी में बैठने का काम किया।'