Agneepath Protest: बिहार समेत देशभर में अग्निपथ योजना के खिलाफ जारी हिंसक विरोध प्रदर्शन थमने का ना नहीं ले रहे हैं। इस बीच पटना के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि शहर में हिंसा और आगजनी के आरोप में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान कोचिंग सेंटरों की भूमिका मिली है।
पटना के डीएम ने किया बड़ा खुलासा
इस योजना के विरोध में बिहार सहित देश के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए। गुरुवार को विरोध के दौरान कम से कम तीन ट्रेनों में आग लगा दी गई। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों के फोन में व्हाट्सएप संदेश उत्तेजक प्रकृति के पाए गए।
पटना के जिलाधिकारी ने कहा, "हम पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। वीडियो फुटेज के जरिए लोगों की पहचान की जा रही है। हमने गिरफ्तार किए गए लोगों के व्हाट्सएप के जरिए 7-8 कोचिंग सेंटरों की भूमिका के बारे में पता लगाया है। ये सभी मैसेज भड़काऊ थे।" सिंह ने कहा कि 170 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिनमें से 46 को दानापुर रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। डीएम ने कहा कि पटना में विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
बिहार में चौथे दिन भी विरोध-प्रदर्शन जारी
बिहार के कई हिस्सों में लगातार चौथे दिन भी अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को जहानाबाद जिले में तेहटा पुलिस चौकी परिसर के अंदर खड़े एक ट्रक और एक बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वामपंथी अखिल भारतीय छात्र संघ (आईसा) के नेतृत्व में छात्र संगठनों द्वारा आहूत राज्यव्यापी बंद के मद्देनजर गया, बक्सर, जहानाबाद सहित राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में शनिवार को सड़क परिवहन सेवाएं प्रभावित हुईं और आपात सेवाओं को छोड़कर अधिकांश दुकानें व अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।