बिहार: अररिया जिले में विश्व प्रसिद्ध साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु के गांव में 75 साल बाद बिजली पहुंची है। इतने सालों बाद जब गांव के लोगों को लालटेन से आजादी मिली और बिजली से उनकी मुलाकात हुई तो लोगों की आंखों में खुशी के आंसू छलक गए। अभी तक इस गांव के लोग एक तरह से बिजली से अनजान थे। इस खुशी के अवसर पर लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाते हुए बधाई दी।
ग्रामीणों ने कही ये बात
गांव के लोगों ने इस खुशी के पल को मनाते हुए कहा कि, आजादी के बाद से ही वो अपने गांव के जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के अधिकारियों से लगातार बिजली आपूर्ती कराने की मांग करते रहे। मगर प्रशासन से हमें सिर्फ आश्वासन ही मिला, बिजली नहीं मिली।
उन्होंने आगे बताया कि इतने सालों तक बिजली की कमी के बीच गांव के बच्चे लालटेन की रौशनी में पढ़ाई करने को मजबूर रहे। हालांकि अब जब गांव में बिजली पहुंच गई है, हर किसी के चेहरे पर खुशी की एक अलग ही लहर है।
एक ग्रामीण ने दी ये जानकारी
गांव के ही एक शख्स ने बताया कि, सिमरहा रेलवे स्टेशन के पश्चिम में स्थित ब्राह्मण बस्ती में आजादी के बाद से आज तक बिजली नहीं पहुंची थी। अब तक यहां के लोग ढिबरी युग में जी रहे थे। यहां की इस गंभीर समस्या पर किसी भी विधायक ने ध्यान नहीं दिया। हम लोग कई सालों तक विधायकों और बिजली विधायकों के कार्यालय का दौरा करते रहें। इसमें हमारे जूते घिस गए मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आजादी के बाद गुरुवार को जब गांव में लोगों के घरों में बिजली पहुंची, तो निवासियों की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। सभी लोग खुशी से गदगद हो गए। इस अवसर पर ग्रामीणों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाते हुए इस पल का आनंद उठाया।
(अररिया से अरूण कुमार की रिपोर्ट)
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