A
Hindi News बिहार हम हैं यहां के ADM... कार में फर्जी प्लेट लगा कर भागलपुर में फ्रॉड का अजीबोगरीब मामला, पुलिस ने पति-पत्नी को दबोचा

हम हैं यहां के ADM... कार में फर्जी प्लेट लगा कर भागलपुर में फ्रॉड का अजीबोगरीब मामला, पुलिस ने पति-पत्नी को दबोचा

भागलपुर पुलिस ने पति-पत्नी को गिरफ्तार कर कई घंटे पूछताछ की। आरोपी राज पांडेय पुलिस के सवालों का सही से जवाब नहीं दे पाया। गाड़ी में लगी फर्जी प्लेट से जुड़े वैध कागजात भी नहीं दिखा पाया।

बिहार में फ्रॉड का अजीबोगरीब मामला- India TV Hindi Image Source : INDIA TV बिहार में फ्रॉड का अजीबोगरीब मामला

बिहार के भागलपुर जिले में धोखाधड़ी का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। इस मामले को सुनकर हर कोई हैरान रह गया। जिले के एक व्यक्ति ने वरीय उप समाहर्ता (ADM) की प्लेट को आपने कार में लगाकर कई लोगों से ठगी कर ली। जब भागलपुर पुलिस के संज्ञान में यह बात आई तो इस मामले में कार्रवाई की गई। 

पुलिस ने पति-पत्नी को किया गिरफ्तार

दरअसल, जोगसर थाना के अंतर्गत राज पांडेय नाम के एक शख्स ने अपने लग्जरी कार में बिहार सरकार के वरीय उप समाहर्ता (ADM) की प्लेट लगा के कई लोगों से ठगी की है। जोगसर पुलिस ने राज पांडेय और उसकी पत्नी पुष्पा पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है।

सफेद कार में लगी थी लाल रंग की प्लेट

पुलिस टीम ने दोनों को जोगसर थाना क्षेत्र के खरमनचक मोहल्ला स्थित उसके आवास के पास से तब गिरफ्तार किया, जब दोनों अपनी सफेद रंग की लग्जरी कार से कहीं बाहर जा रहे थे। उसी दौरान पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर थाने ले आई। कार के आगे बिहार सरकार, वरीय उप समाहर्ता (ADM) का लाल रंग की प्लेट लगी हुई थीषृ। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए वाहन को जब्त कर लिया है।

लग्जरी कार से जा रहे थे पति-पत्नी

आरोपी युवक के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के एक केस में जोगसर थानाध्यक्ष कृष्ण नंदन कुमार सिंह पुलिस बल के साथ खरमनचक मोहल्ला स्थित उसके घर पहुंचे थे। दोनों राज पांडेय और उसकी पत्नी पुष्पा पांडेय सफेद रंग की BR 01 PG 9119 नंबर की लग्जरी कार से कहीं बाहर जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस टीम में दोनों को धर दबोचा और थाने पर ले आई।

नहीं दिखा पाया वैध कागजात

थानाध्यक्ष ने उससे वरीय उप समाहर्ता (ADM) होने की संबंधी पूछताछ की। इस पर आरोपी राज पांडेय किसी प्रकार का वैध कागजात पुलिस को नहीं दिखा पाया। साथ ही पुलिस को कोई भी संतोषजनक जवाब भी नहीं दे पाया। तभी गाड़ी पर सवार राज पांडेय के दोनों पैर में प्लास्टर पाया गया। पूछने पर हड्डी टूटने और उसका इलाज कराने की बात कही। 

4 से 5 लाख में देता था आर्म्स लाइसेंस

पुलिस ने कहा कि अस्वस्थ होने की स्थिति में राज पांडेय और उसकी पत्नी पुष्पा पांडेय को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया है। इसके साथ ही जोगसर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर कृष्णनंदन कुमार सिंह ने बताया कि दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। राज पांडेय के खिलाफ पूर्व में जोगसर, नाथनगर व पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के पुलिस स्टेशनों भी कई केस दर्ज हैं। राज पांडेय ने भागलपुर, खगड़िया, मुंगेर, बांका समेत कई जिलों में सैकड़ों लोगों को फर्जी आर्म्स लाइसेंस बांटे थे। एक लाइसेंस के लिए वह 4 से 5 लाख रुपये तक लेता था।

भागलपुर से सुशील की रिपोर्ट