पटना: बिहार में वज्रपात से आज 27 लोगों की मौत हुई है। गोपालगंज में 13, पूर्वी चंपारण में 4, सीवान में 4, मधुबनी में 2, पश्चिमी चंपारण में 2 और समस्तीपुर और शिवहर में एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में चक्रवाती हवाओं का असर बना हुआ है। वहीं, मानसून का असर 27 जून तक तराई क्षेत्रों में रहेगा। इस वजह से बिहार में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेगी।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने इससे पहले बताया था कि मानसून 13 जून को बिहार में प्रवेश कर गया था और 18 जून तक पूरे प्रदेश में बारिश हुई। उन्होंने कहा था कि इस साल बिहार में मानसून सामान्य रहेगा।
वहीं दक्षिण पश्चिम मानसून केरल में सामान्य तारीख एक जून तक पहुंच गया था, अरब सागर में गहरे दबाव का क्षेत्र बनने से यह बहुत तेजी से आगे बढ़ा और चक्रवाती तूफान निसर्ग में बदलकर महाराष्ट्र के तट से तीन जून को टकराया। अब मानसून पूरे महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़, बिहार तथा गुजरात में पहुंचने के बाद दिल्ली में दस्तक दे चुका है।
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इससे पहले बिहार में बारिश के बाद जलभराव की स्थिती उत्पन्न होने के बाद गुस्साए लोगों के बीच मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्य सचिव दीपक कुमार समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शहर के निचले इलाकों का दौरा किया था। कुमार ने जलजमाव की समस्या के संबंध में अधिकारियों को कई निर्देश दिए था। कुमार ने अधिकारियों से कहा था कि पंप से पानी निकालने में बाधा न आए इसलिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पर्याप्त मात्रा में तकनीशियनों को तैनात करने का निर्देश दिया था।